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वो तो एक कार्टून था, ये क्या है?

अड़ो,लड़ो,बढ़ो....
अड़ो,लड़ो,बढ़ो....
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इन भेड़ियों के चेहरों से राष्ट्रीय चिन्ह का सम्मान बढ़ रहा है?
इन भेड़ियों के चेहरों से राष्ट्रीय चिन्ह का सम्मान बढ़ रहा है?
जिन भेड़ियों के चेहरे का कार्टून असीम ने बनाया था, वो तो मात्र अपनी क्षुदापूर्ती के लिये शिकार करते हैं
और क्षुदापूर्ती के बाद शेष भाग चील कौवों के लिये छोड़ देते हैं।शेर या भेड़िया दोनों बिना भूख शिकार की
की कोशिश प्रायः नहीं करते हैं।
प्रस्तुत चित्र में दर्शाये गये भेड़िये शिकार पर शिकार करते रहते हैं और उसे अपने आने वाली औलादों के लिये
जमा करते हैं।
राष्ट्रीय प्रतीक के इस प्रयोग आप की क्या राय है?

जिन भेड़ियों के चेहरे का कार्टून असीम ने बनाया था, वो तो मात्र अपनी क्षुदापूर्ती के लिये शिकार करते हैं और क्षुदापूर्ती के बाद शेष भाग चील कौवों के लिये छोड़ देते हैं।शेर या भेड़िया दोनों बिना भूख शिकार की  कोशिश प्रायः नहीं करते हैं।

प्रस्तुत चित्र में दर्शाये गये भेड़िये शिकार पर शिकार करते रहते हैं और उसे अपने आने वाली औलादों के लिये जमा करते हैं।

असीम का उद्देश्य अपने कार्टून के माध्यम से क्या था, किसी को संदेह नही है किन्तु  प्रस्तुत  चित्र के पीछे 

के मक़सद को भी समझना मुश्किल नहीं है।

पर आप की क्या राय है?

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